पंजाब में भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने राज्य में ज़ी न्यूज़ चैनल का प्रसारण बंद कर दिया है। इस कार्रवाई को बिना किसी औपचारिक सूचना के अंजाम दिया गया है, जिससे पंजाब में ज़ी न्यूज़ के दर्शक चैनल तक पहुँचने में असमर्थ हो गए हैं। कई दर्शकों ने इस फैसले की आलोचना करते हुए इसे तानाशाही करार दिया है और आपातकाल के दौरान प्रेस पर प्रतिबंध की तुलना में इसे एक गंभीर कदम बताया है।
संभावित कारण और प्रतिक्रिया
हालांकि इस प्रतिबंध के स्पष्ट कारणों का आधिकारिक रूप से खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन कुछ संभावित कारण और प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं:
- समाचार कवरेज में असहमति: संभवतः ज़ी न्यूज़ के समाचार कवरेज और रिपोर्टिंग के तरीके से राज्य सरकार असहमत हो सकती है।
- विरोध और आलोचना: जनता और विपक्षी दलों ने इस कदम की आलोचना की है, इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया है।
- कानूनी पहलू: बिना औपचारिक सूचना के इस तरह का कदम कानूनी विवादों को जन्म दे सकता है और चैनल को अदालत में जाने के लिए प्रेरित कर सकता है।
दर्शकों की प्रतिक्रिया
कई दर्शकों ने इस फैसले को आपातकाल के दौरान प्रेस पर लगाए गए प्रतिबंधों की तरह बताया है और इसे तानाशाही प्रवृत्ति का उदाहरण माना है। यह कदम दर्शकों और मीडिया विशेषज्ञों के बीच व्यापक बहस और आलोचना का विषय बन गया है।