इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सोमवार को अचानक मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। शहबाज ने पार्टी में चल रही अंदरूनी कलह के चलते यह कदम उठाया है। अब उनके बड़े भाई और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पार्टी की कमान संभालेंगे।
इस्तीफा और इसके पीछे का कारण
शहबाज शरीफ ने पार्टी महासचिव को लिखे अपने पत्र में 2017 के घटनाक्रमों का उल्लेख किया, जब नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री कार्यालय और पार्टी अध्यक्ष पद से हटाया गया था। शहबाज (72) ने अपने पत्र में कहा कि उन्होंने प्रतिकूल परिस्थितियों में पार्टी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी थी और इसे पूरे समर्पण और गंभीरता के साथ निभाया। अब उनका पूरा ध्यान प्रधानमंत्री पद के दायित्व पर रहेगा।
पार्टी में अंदरूनी कलह
शहबाज का इस्तीफा पंजाब प्रांत और संघीय स्तर पर पार्टी में अंदरूनी कलह के बीच आया है। पार्टी के कई प्रमुख नेताओं ने सार्वजनिक रूप से नेतृत्व की आलोचना की थी, जिसमें राणा सनाउल्लाह, जावेद लतीफ, सीनेटर जावेद अब्बासी और पूर्व सीनेटर आसिफ सईद किरमानी शामिल हैं। इन आलोचनाओं के बाद शहबाज ने अपने पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया।
नवाज शरीफ (74) लंदन में करीब चार साल स्वनिर्वासन में रहने के बाद पिछले साल अक्टूबर में स्वदेश लौटे थे। अब वह पार्टी की अध्यक्षता संभालेंगे और चुनाव से पहले प्रधानमंत्री पद के दावेदार होंगे। शहबाज के इस्तीफे के बाद पार्टी में नेतृत्व की स्थिति स्पष्ट हो गई है और नवाज शरीफ को फिर से नेतृत्व का मौका मिल गया है।
नतीजा
शहबाज शरीफ का इस्तीफा पार्टी के भीतर के विवादों और आलोचनाओं का परिणाम है। नवाज शरीफ की वापसी से पार्टी को नई दिशा और ऊर्जा मिलने की उम्मीद है, खासकर आगामी चुनावों के मद्देनजर। अब देखना होगा कि नवाज शरीफ पार्टी को किस दिशा में ले जाते हैं और पार्टी में एकता बनाए रखने के लिए क्या कदम उठाते हैं।